श्री तलवार वाले हनुमान जी: ग्वालियर में एक अनोखा मंदिर
आप सभी ने हनुमान जी के अनेक रूप देखे होंगे। परंतु आज हम आपको हनुमान जी का एक नया रूप बतलाते हैं।
वैसे तो हनुमान जी हमेशा गदा धारण किए रहते हैं। यह गदा उनकी अमोघ शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक मानी जाती है।
तलवारधारी हनुमान जी
लेकिन ग्वालियर में एक मंदिर ऐसा है जहां पर श्री हनुमान जी तलवार धारण किए हुए हैं। इसलिए इस मंदिर का नाम तलवार वाले हनुमान जी है।
मंदिर का स्थान और महत्व:
यह मंदिर ग्वालियर के मुरैना हाईवे पर स्थित है। यह मंदिर आध्यात्मिक चेतना भक्ति के लिए प्रमुख स्थल है।
भक्तों का विश्वास और पूजा अर्चना:
भक्तगण यहां हनुमान जी से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने सारे संकट दूर होने का आशीर्वाद लेते हैं। मंगलवार और शनिवार को विशेष रूप से पूजा-अर्चना का आयोजन होता है। हनुमान चालीसा का पाठ और बजरंग बाण का पाठ भी यहाँ नियमित रूप से किया जाता है।
हनुमान जी की कृपा:
श्री हनुमान जी भी अपनी सभी भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थनाएं अवश्य पूरी होती हैं।
भक्तों की समस्याओं का समाधान
भक्तगण एक पर्ची में अपनी समस्याएं लिखकर हनुमान जी के चरणों में समर्पित करते हैं और हनुमान जी सभी भक्तों के संकटों का निवारण करते हैं।
अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं
इस मंदिर में हनुमान जी के अलावा श्री विष्णु जी, लक्ष्मी जी, भगवान शंकर जी, गणेश जी, माता रानी जी, भैरव बाबा की मूर्ति स्थापित है। जिससे श्रद्धालु एक ही स्थान पर दर्शन का लाभ उठा सकते हैं।
अखंड रामायण का पाठ
इस मंदिर में कई वर्षों से अखंड रामायण का पाठ हो रहा है। जिसमें निरंतर मंदिर के संत जन एवं भक्ति नियमित रामायण का पाठ करते हैं। आज भी यहां अखंड रामायण का पाठ निरंतर सुचारू रूप से चल रहा है। माना जाता है कि अखंड रामायण के पाठ से मंदिर परिसर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मंदिर का इतिहास
इस मंदिर के मुख्यमंत्री लखन दास जी महाराज के अनुसार यह मंदिर काफी वर्ष पुराना है। इनके पूर्वज इस मंदिर में हनुमान जी की सेवा कई वर्षों से कर रहे हैं।
मंदिर के संत
इस मंदिर के मुख्य संत छोटू पंडित जी एवं ऋषि पंडित जी हैं जो निरंतर भक्ति भाव से हनुमान जी की सेवा कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में ही मंदिर का संचालन होता है।
हनुमान जी प्रकट उत्सव
हनुमान जी प्रकट उत्सव पर यहां विशाल भंडारा का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी भक्तगण बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस उत्सव के दौरान हनुमान जी की विशेष पूजा का आयोजन होता है और भक्तों के लिए भजन-कीर्तन का भी आयोजन होता है
कैसे पहुंचे
ग्वालियर जाने के लिए हवाई, रेल और सड़क मार्ग तीनों ही सुविधाएं उपलब्ध हैं। ग्वालियर हवाई अड्डा शहर से 6 किलोमीटर दूर स्थित है। वहीं ग्वालियर रेलवे जंक्शन देश के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
यदि आप सड़क मार्ग से यात्रा कर रहे हैं तो राष्ट्रीय राजमार्ग आगरा मुंबई से आसानी से ग्वालियर पहुंचा जा सकता है। ग्वालियर शहर के भीतर मंदिर तक पहुंचने के लिए आप रिक्शा या टैक्सी का सहारा ले सकते हैं।
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