आप सभी श्रद्धालुओं को सादर आमंत्रण है! श्री राम कथा महोत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है। परमपिता परमात्मा की कृपा से यह धार्मिक उत्सव आपके जीवन को आस्था और भक्ति से भर देगा। इस महोत्सव में श्री राम कथा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें आप सभी को सहभागी बनने का सुअवसर प्राप्त होगा। इन आयोजनों में श्री राम के जीवन के प्रमुख प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा, जो आपकी आत्मा को शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करेंगे।
(श्याम सहारा भक्त परिवार सेवा समिति, श्रीधाम वृंदावन)
आचार्य पं. श्याम जी भैया अपनी विद्वतापूर्ण और भक्तिमय शैली में श्री राम कथा का वाचन करेंगे,
जो भगवान श्रीराम के दिव्य जीवन और लीलाओं से आपको परिचित कराएगा। उनके कथा प्रवचन से भक्ति और ज्ञान की गंगा में स्नान का अनुभव होगा।
ग्राम भदाकुर, फूप जिला भिण्ड (म.प्र.)
यह कार्यक्रम भदाकुर गांव में आयोजित होगा,
जहां सभी भक्तगण सादर आमंत्रित हैं।
आइए जानते हैं, हर दिन का विशेष महत्व और कार्यक्रम विवरण:
गणेश पूजन, कलश यात्रा एवं कथा प्रारंभ
इस दिन महोत्सव का शुभारंभ भगवान गणेश की पूजा से होगा, जो सभी कार्यों में सफलता और मंगल की प्रतीक हैं। इसके बाद कलश यात्रा निकाली जाएगी, जो पूरे आयोजन स्थल पर भक्तों की उपस्थिति और भक्ति का प्रतीक होगी। इसके बाद श्री राम कथा का विधिवत प्रारंभ होगा।
शिव विवाह, नारद मोह
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का वर्णन किया जाएगा, जो जीवन में आध्यात्मिक समर्पण और प्रेम का प्रतीक है। इसके साथ ही नारद मोह की कथा सुनाई जाएगी, जिसमें नारद मुनि को मोह से मुक्ति मिलने का प्रसंग है, जो अहंकार और माया से मुक्ति का संदेश देता है।
श्रीराम जन्मोत्सव
भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह दिन भक्तों के लिए विशेष आध्यात्मिक उत्सव का होगा, जब भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र रूप में जन्म लिया। श्रीराम के जन्म के इस प्रसंग में अयोध्या नगरी का सुंदर वर्णन किया जाएगा, जिससे पूरा आयोजन स्थल भक्ति और आनंद से भर जाएगा।
श्री रामजी की बाललीला
इस दिन भगवान श्रीराम की बाल्यावस्था की लीलाओं का मनोरम वर्णन किया जाएगा। इन लीलाओं के माध्यम से उनकी सौम्यता, विवेकशीलता और वीरता का दर्शन होता है। राम और उनके भाइयों का शिक्षा प्राप्त करना, ऋषि-मुनियों के प्रति उनका सम्मान, और उनके आदर्शपूर्ण बालचरित्र की कहानियां भक्तों को आध्यात्मिक प्रेरणा देंगी।
श्री रामजी द्वारा धनुष भंग एवं विवाहोत्सव
इस दिन भगवान राम द्वारा शिवजी के धनुष को तोड़ने और माता सीता के साथ उनका विवाहोत्सव मनाया जाएगा। सीता-राम विवाह का यह प्रसंग भारतीय विवाह संस्कारों और मर्यादाओं का श्रेष्ठ उदाहरण है। यह कथा जीवन में प्रेम, सच्चाई और समर्पण के आदर्शों को स्थापित करती है।
राम वन गमन, केवट संवाद
इस दिन भगवान राम के वन गमन का प्रसंग सुनाया जाएगा, जहां उन्होंने अपने पिता दशरथ के वचन का पालन करते हुए राजमहल छोड़कर वनवास का मार्ग अपनाया। राम, सीता और लक्ष्मण के वन गमन का भावुक और शिक्षाप्रद वर्णन होगा। इस दौरान केवट प्रसंग का भी विवरण दिया जाएगा, जो भक्ति और सेवा का अनुपम उदाहरण है।
रावण मरण, श्री राम राज्याभिषेक
रावण के वध और श्री राम द्वारा धर्म की स्थापना का प्रसंग इस दिन सुनाया जाएगा। इसके बाद श्री राम का अयोध्या लौटना और उनका राज्याभिषेक किया जाएगा। यह प्रसंग अज्ञान, अहंकार और अधर्म पर धर्म, सत्य और विनम्रता की विजय का प्रतीक है।
कथा समापन: इस दिन कथा का विधिवत समापन होगा, जहां भक्तों को श्रीराम के आदर्शों को जीवन में अपनाने का संदेश मिलेगा।
हवन एवं भंडारा
कथा समापन के बाद इस दिन हवन का आयोजन होगा, जहां सभी भक्तगण भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।
हवन के पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा, जहां सभी भक्तों को प्रसाद स्वरूप भोजन प्राप्त होगा। यह दिन सेवा और संतुष्टि का होगा, जहां सभी मिलकर इस पवित्र आयोजन का समापन करेंगे।
स्व. श्रीमती रामबती, स्व. श्रीमती शारदा स्व. बलवीरसिंह भदौरिया
श्रीमती सुनीता देवी - श्री ध्रुवसिंह भदौरिया
यह महोत्सव गांव के श्रद्धालु और भक्तों द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
चाचा दाऊ: बलरामसिंह, जगन्नाथसिंह, नाथूसिंह, रामराजसिंह, रामरतनसिंह, रामेन्द्रसिंह, उमासिंह, जनकसिंह, कल्लीसिंह, गुल्लनसिंह
भाई: श्रीमती तारादेवी - जयवीरसिंह भदौरिया,
दिनेशसिंह, दिवाकरसिंह, नरेशसिंह, प्रभाकरसिंह, महेशसिंह, बृजेशसिंह, शुशीलसिंह,
रामकिशन, रामवीरसिंह, सर्वेशसिंह, मन्नासिंह, जयबीरसिंह, संतोषसिंह, पवनसिंह, सुनीलसिंह, गौरवसिंह, दीपू, धर्वेन्द्र,
अरविन्द, पंकज, कमल, सुमन्त, गुड्डू, बीरु, सुदेश, सुभाष, प्रवीन, पुष्पेन्द्र, कल्लू
भतीजे: शैलेन्द्र, आशू, राहुल, सौरभ, हर्मू, रामू, अमन, राजा, कुलदीप, गगन, अनुज, किशन, रितिक,
सचिन, जितेन्द्र, मोनू, अंकित, प्रयांशू, अंश, आयुष, विवेक, गोपाल, राज, करन, शिवम, बिहान, आर्यन, मोहित, सन्नी, विशाल, निहाल, रिषी, गपोले, श्याम
पुत्र व पुत्र वधू: राहुलसिंह भदौरिया एवं श्रीमती नन्दनी भदौरिया
पुत्र: हर्षितसिंह भदौरिया
पुत्री-दामाद: प्रियंका-प्रदीपसिंह, नेहा-पंकजसिंह, संध्या-चेतनसिंह, शिवानी-मनोजसिंह, सोनम-देवेससिंह
नातिन: अनन्या, आध्या
बहन-बहनोई: श्रीमती सुधादेवी- अनारसिंह तोमर, श्रीमती गुड्डीदेवी- स्व. रामवीरसिंह तोमर, श्रीमती ललितादेबी- जोकेन्द्रसिंह तोमर
बुआजी-फूफाजी: श्रीमती गुलाबदेवी- स्व. भगवानसिंह तोमर, श्रीमती रामरती- स्व. छत्रीसिंह तोमर, श्रीमती रामजानकी देवी- नत्थीसिंह तोमर
परिवार के साथ पधारें और श्री राम कथा का श्रवण करके अपने जीवन को धर्म और आस्था के मार्ग पर आगे बढ़ाएं।
श्री राम कथा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी भक्तों को निमंत्रण है। यह धार्मिक अनुष्ठान आपको आध्यात्मिक शांति और संतुष्टि प्रदान करेगा।
संपर्क जानकारी:
समापन विचार:
यह महोत्सव आपके लिए एक दुर्लभ अवसर है, जहां श्री राम कथा आप के माध्यम से भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।आप सभी भक्तगण इस दिव्य आयोजन में सादर आमंत्रित हैं।
आइए, इस अद्भुत धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनें
और अपने जीवन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भरें।
आध्यात्मिक आयोजनों और कथा के अपडेट्स के लिए वेबसाइट:
दीक्षास्थल पर जाकर भागवत कथा से संबंधित जानकारी प्राप्त करें।
कथा वाचक:
परम श्रद्धेय पं. श्याम जी भैया, जो अपने ओजस्वी और ज्ञानपूर्ण प्रवचनों के लिए प्रसिद्ध हैं, इस पावन श्री राम कथा आयोजन में कथा वाचक के रूप में उपस्थित होंगे। उनकी वाणी से प्रवाहित भक्ति और ज्ञान का अमृत श्रोताओं को आत्मिक शांति और प्रेरणा प्रदान करेगा। पं. श्याम जी भैया, अपनी कथा के माध्यम से श्री राम कथा श्रोताओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव का संचार करते हैं। उनकी कथा से न केवल भक्ति भाव में वृद्धि होती है, बल्कि जीवन के सच्चे उद्देश्यों का बोध भी प्राप्त होता है। सभी धर्मप्रेमी भक्तों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर है कि वे उनकी पावन वाणी से लाभान्वित हों और अपने जीवन को भक्ति एवं ज्ञान के मार्ग पर अग्रसर करें।सभी श्रद्धालुओं को इस अद्भुत श्री राम कथा में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया जाता है। यह एक विशेष अवसर है, जहां आप भगवान की असीम कृपा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। अपने परिवार और मित्रों के साथ इस पावन कथा में सम्मिलित होकर अपने जीवन को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बनाएं।
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