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अभी मंदिर जोड़ें51 शक्तिपीठों में से एक अत्यंत पवित्र और सिद्ध आध्यात्मिक धाम है — भवानीपुर शक्तिपीठ (Bhabanipur Shaktipeeth)। यह बांग्लादेश के बोगरा ज़िले में स्थित है और इसे उस स्थान के रूप में जाना जाता है जहाँ माता सती का गर्दन (गला) गिरा था। इसी कारण यह स्थान शक्ति-भक्तों में अत्यंत महत्वपूर्ण और चमत्कारिक माना जाता है।
यह शक्तिपीठ माता को “महालक्ष्मी”, “अर्पणा” और कुछ स्थानों पर “भवानी” नाम से पुकारता है। यहाँ भैरव रूप में वीरेश्वर की पूजा होती है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, जब राजा दक्ष ने यज्ञ में अपने दामाद भगवान शिव और अपनी पुत्री सती का अपमान किया, तब सती ने वेदना में स्वयं को अग्नि में समर्पित कर दिया। शोक और क्रोध में भगवान शिव ने उनका शरीर उठाया और तांडव आरंभ कर दिया।
ब्रह्मांड विनाश की ओर अग्रसर होने लगा, तब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र चलाकर माता सती के शरीर के टुकड़े पृथ्वी के विभिन्न स्थानों पर गिराए। जहाँ-जहाँ सती के अंग गिरे, वहाँ-वहाँ शक्तिपीठों की स्थापना हुई।
भवानीपुर वह स्थान है जहाँ माता की गर्दन (Neck / Grivā) गिरी — इसलिए यह शक्तिपीठ शक्ति-केंद्र माना जाता है।
इस शक्तिपीठ में माता को तीन स्वरूपों में जाना जाता है:
| स्वरूप नाम | अर्थ |
|---|---|
| महालक्ष्मी | सौभाग्य, धन, समृद्धि और शांति की अधिष्ठात्री |
| अर्पणा / Aparna | तपस्या और त्याग की शक्ति |
| भवानी | शक्ति, करुणा और रक्षा का स्वरूप |
यहाँ के भैरव, देवी के संरक्षक रूप में पूजे जाते हैं, जिनका नाम है:
👉 वीरेश्वर (Vireswar / Viresvara)
वे साहस, रक्षा और न्याय के प्रतीक माने जाते हैं।
मंदिर परिसर शांत, पवित्र और प्राकृतिक वातावरण से घिरा हुआ है।
यहाँ एक विशेष शक्ति-शिला (Power Stone) है, जिसे अत्यंत चमत्कारिक माना जाता है।
मंदिर के पास स्थित कुंड, यज्ञ वेदी और पूजा स्थल साधकों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
यहाँ कई साधु, साधक और ध्यान करने वाले श्रद्धालु नवरात्रि और अमावस्या के समय विशेष रूप से आते हैं।
यहाँ प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं:
| पर्व | विशेषता |
|---|---|
| नवरात्रि | नौ दिन की भक्ति, हवन और देवी-अनुष्ठान |
| शिवरात्रि | शिव-शक्ति एकत्व का पर्व |
| आश्विन पूर्णिमा | विशेष पूजन और दीपदान |
| चैत नवरात्र | शक्ति-साधना का विशेष समय |
निकटतम एयरपोर्ट: Hazrat Shahjalal International Airport, Dhaka
वहाँ से सड़क द्वारा Bogra District → Bhabanipur Village
निकटतम रेलवे स्टेशन: Bogra Junction
स्टेशन से मंदिर लगभग 28–35 किमी दूरी पर।
ध्यान → Tangail → Jamalpur → Sherpur → Bhabanipur Shaktipeeth
यह स्थान सिद्ध-भूमि है, जहाँ आज भी अनेक लोगों को विशेष आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होते हैं।
धन, सौभाग्य, विवाह और साधना-सफलता के लिए यह अत्यंत प्रभावशाली तीर्थ माना जाता है।
यहाँ की मातृ-ऊर्जा अत्यंत शांत, मातृवत और चमत्कारिक मानी जाती है।
भवानीपुर शक्तिपीठ केवल मंदिर नहीं — बल्कि शक्ति-तत्वों का जीवंत केंद्र है। यहाँ आने वाला हर भक्त अपने भीतर नई ऊर्जा, आशा और आस्था लेकर लौटता है।
यदि आप शक्ति-साधना, भक्ति और आध्यात्मिक अनुभव के खोजी हैं — तो यह स्थान आपके जीवन में अवश्य शामिल होना चाहिए।
नाम जाप एक साधारण किंतु अत्यंत गहन आध्यात्मिक साधना है। जब हम बार-बार भगवान के नाम या मंत्र का स्मरण करते हैं, तो मन शांत होता है और आत्मा में भक्ति का भाव जाग्रत होता है।
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