मेरे गुरुदेव मुझ अधम को भी निभाते रहना। : भजन सुनना और गाना आत्मा को शांति, प्रेम और भक्ति से भर देता है। दीक्षास्थल पर भक्तिमय भजनों का संग्रह पाएँ और अपने मन को भगवान की भक्ति में लीन करें।
Showcase your brand to thousands of engaged listeners, devotees, youth communities, and spiritual seekers on Dikshasthal.
Limited-period pricing available only until 31 Dec 2025. Secure your spot today.
मेरे गुरुदेव मुझ अधम को भी निभाते रहना।
मेरे अपराध मेरी भूल, भुलाते रहना ।
याद करके तुम्हे रोना है बन्दगी मेरी,
मेरे सपनो में, ख्यालो में, आते रहना, मेरे गुरुदेव........
आप देते ही रहे फिर भी मैं रहा भूखा,
प्रेम प्रसाद, भिखारी को, खिलाते रहना, मेरे गुरुदेव........
आप बिन कौन गवाही भरेगा मेरी,
ये मेरी है, ऐसा श्री जी को, सुनाते रहना, मेरे गुरुदेव........
चल दिये आप मैं पीछे से खोजता ही रहा,
मेरी आंखो में, मेरे दिल में, समाते रहना, मेरे गुरुदेव........
आपकी चितवृत्ति को मैं पकड़ न सका,
जो मेरे योग्य हो, मेरे नाथ, बताते रहना, मेरे गुरुदेव........
राह का खर्च नाम धन तो कमाया ही नहीं,
मेरा कर थाम, राह पै, चलते रहना, मेरे गुरुदेव........
हरि कथा हरि भक्तों की कथा दान करो,
अपना संकल्प, देके बल, पूरा कराते रहना, मेरे गुरुदेव......
कभी कभी विरह मे होता है दिल जलने को,
अपनी वो प्यार भरी, झांकी, दिखाते रहना, मेरे गुरुदेव......
जमाना कुछ भी कहे कोई परवाह नहीं,
जग की निन्दा, विरोध शूल, सहाते रहना, मेरे गुरुदेव......
मिलाओ गौर से मन प्राण प्रेम रंग राँचा,
निताई गौर, राधे श्याम, गवाते रहना,
हरे कृष्ण, हरे राम, गवाते रहना, मेरे गुरुदेव............
Showcase your brand to thousands of engaged listeners, devotees, youth communities, and spiritual seekers on Dikshasthal.
Limited-period pricing available only until 31 Dec 2025. Secure your spot today.
हमारे साथ जुड़ें और अपनी आध्यात्मिक यात्रा को आगे बढ़ाएं। अभी लॉगिन करें!
साइन अप करें लॉगिन करें