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तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है

dikshathal

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

चारों धामों से प्रिय ये ब्रज धाम है,
बृंदावन धाम – जो इसका नाम है।

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

तेरे नाम से बनता मेरा नाम है,
मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम हैं।

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

तेरा हाथ जो है कान्हा सर पर मेरे,
फिर डर कैसा है, तू जो साथ मेरे।

तेरे क़दमों की राहों पे चलता रहूं,
राहों पे चलाना तेरा काम है।

जिसको दुनिया में ना कोई अपना कहे,
उसको अपना बनाना तेरा काम है।

तेरे नाम से बनता मेरा नाम है
मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम हैं

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

गर मैं जो भटकूं दर-बदर,
मुझको रस्ता दिखाना तेरा काम है।
मुझको रस्ता दिखाना तेरा काम है।

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

तेरे नाम से बनता मेरा नाम है
मेरे दिल में ही बसते मेरे श्याम हैं

तेरे मंदिर में जाना मेरा काम है
और मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है

💫 राधे राधे बोलो, दिल से श्याम को टोलो 💫

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